क्या तन मांजता रे एक दिन माटी में मिल जाएगा।
कंकड़ चुग चुग महल बनाये, फिर तू कहे घर मेरा।
ना घर तेरा ना घर मेरा चिड़िया रैन बसेरा।
कोड़ी कोड़ी माया जोड़ी, जोड़ी लाख पिचासी।
अंत समय जब तेरा आया, जाय हाथ पसारी।
हरे बास का रथ बनवाया, उस पर तुझे सुलाया।
पास पड़ोसी हाकन वाले, बाजे बैंड बाजा।
माथ पकड़ तेरी पत्नी रोती, भुजा पकड़ तेरा भ्राता।
पेट - पकड़ कर माता रोती, कहा चला मेरा जाया।
डोढी तक तेरी पत्नी जाती, मरघट तक तेरा भ्राता।
देके अग्नि तुझे सुलाया, उड़ जाये हंस अकेला।
Artist - Hemant Devi & Latika Chauhan
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